मेरे होठों की हँसी मेरे पापा, की बदोलत है, मेरी आँखों में खुशी मेरे, पापा की बदोलत है , पापा किसी खुदा से कम नही क्योकि मेरी ज़िन्दगी की, सारी खुशी पापा की बदोलत है |
उन आँखों की दो बूंदों, से सातों सागर हारे हैं, जब मेहँदी वाले हाथों, ने मंगल-सूत्र उतारे हैं |
मेरे लाडले मेरे गणपति प्यारे तुम शिव बाबा की आँखों के तारे मेरी आँखों में तेरी सूंदर, मूरत सूरज की किरणों जैसे, चमके तेरी प्यारी सूरत |
आँखों में खुशी, लंबो पर हँसी, गम का कही नाम ना हो, हर सुबह लाये, आपके लिए इतनी, खुशियाँ, जिसकी कभी शाम न हो | Good Morning
ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हम ही हैं जो अपनी आँखों पर हाँथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार हैं।